मेरी आवाज़ सुनो
भूत के साए से दामन छुड़ाता,
भविष्य के स्वप्न में शह खोजता
तुम्हारे अस्तित्व के अवलोकन में डूबा
मैं वर्तमान हूँ तुम्हारा |
मुझे गौर से देखो
आँखें बंद करने पर भी
मैं कभी अदृश्य नहीं होता
प्रकाश और अन्धकार से पृथक
मैं पारदर्शी सत्य हूँ तुम्हारा |
मुझे आत्मसात कर लो
तुम मुझसे ही बंधे हो
मैं ही तुम्हे स्वच्छंद करता हूँ
तुम्हारी आब-ओ-हवा में शांत बहता
मैं खोया आबिदीन हूँ तुम्हारा |
मेरी खोज करो,
मैं ही अनुमेहा की शीतलता हूँ ,
मेरी तलाश भर ही उद्देश्य है, मेरी प्राप्ति तुम्हारा अंत
सफ़र के हर मोड़ पर तुम्हे टुकड़ों में मिलती,
मैं तुम्हारी अन्तःजागृति हूँ |
भूत के साए से दामन छुड़ाता,
भविष्य के स्वप्न में शह खोजता
तुम्हारे अस्तित्व के अवलोकन में डूबा
मैं वर्तमान हूँ तुम्हारा |
मुझे गौर से देखो
आँखें बंद करने पर भी
मैं कभी अदृश्य नहीं होता
प्रकाश और अन्धकार से पृथक
मैं पारदर्शी सत्य हूँ तुम्हारा |
मुझे आत्मसात कर लो
तुम मुझसे ही बंधे हो
मैं ही तुम्हे स्वच्छंद करता हूँ
तुम्हारी आब-ओ-हवा में शांत बहता
मैं खोया आबिदीन हूँ तुम्हारा |
मेरी खोज करो,
मैं ही अनुमेहा की शीतलता हूँ ,
मेरी तलाश भर ही उद्देश्य है, मेरी प्राप्ति तुम्हारा अंत
सफ़र के हर मोड़ पर तुम्हे टुकड़ों में मिलती,
मैं तुम्हारी अन्तःजागृति हूँ |